JAAYENGE UTTAM DESH MEIN ZARUR
जाएंगे उत्तम देश में ज़रूर,
रहेंगे प्रभु के साथ हम ज़रूर,
स्वर्गीय देश, उत्तम भी वह है,
हमारा वह देश, जो अदभुत है
1. पिता को भाया है, हमें एक राज्य दे,
दुनिया की सृष्टि से पहले बनाया है
2. अदभुत वह नगर है, ईश्वर की रचना है,
दृढ़ता से नेव डाली, स्थिर भी किया है
3. पवित्र नगर वह है, धार्मिकता रहती है,
स्वर्गीय स्वभाव से. तैयार भी किया है
4. सनातन राज्य वह है, युगानुयुग वह रहे,
रहेंगे सदा उसमें, जिनको उसने चुना है
5. प्रभु को देखेंगे, आनन्द से भर जाएंगे,
उसके समान होंगे, हमारा जीवन वह है
Jaayenge uttam desh mein zarur,
rahenge prabhu ke saath hum zarur,
Swargiya desh, uttam bhi veh hai,
humara veh desh, jo adbhut hai
1. Pita ko bhaaya hai, humein ek rajya de,
Duniya ki Srishti se pehle banaya hai
2. Adbhut veh nagar hai, Ishvar ki rachna hai,
Dridta se nev daali, sthir bhi kiya hai
3. Pavitra nagar veh hai, dharmikta reheti hai,
Swargiya swabhaav se, taiyaar bhi kiya hai
4. Sanaathan rajya veh hai, yuganuyug veh rahe,
Rahenge sadaa usmein, jinko usne chuna hai
5. Prabhu ko dekhenge, aanand se bhar jaayenge,
Uske samaan honge, humara jeevan veh hai